Girls Scheme 2025: जाने ऐसी 7 सरकारी योजनाएं जो देंगी बेटियों को सुरक्षित भविष्य

Girls Scheme 2025: देशभर में केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा बेटियों के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है । इनमें से हर योजना का मुख्य उद्देश्य देशभर की प्रत्येक बालिका को आर्थिक सुविधा उपलब्ध कराना है, ताकि बालिकाएं आर्थिक रूप से सक्षम हो सके और पढ़ लिखकर अपने भविष्य का निर्माण कर सके। इन सभी योजनाओं को केंद्र सरकार और राज्य सरकार का सहयोग दिया जा रहा है ।

आज हम आपको देश की ऐसी 7 योजनाओं के बारे में बताने वाले हैं जिनके माध्यम से केंद्र सरकार और राज्य सरकार बेटियों को सक्षम बना रही है। इन योजनाओं के अंतर्गत बेटियां अथवा उनके अभिभावक आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकती है और पढ़ाई से लेकर आत्मनिर्भर बनने तक हर संभव सहायता प्राप्त कर सकती है।

Girls Scheme 2025
Girls Scheme 2025

आज हम आपको ऐसी 7 सरकारी योजनाओं के बारे में बताएंगे जो केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा शुरू की गई है । इन 7 योजनाओं को केवल बेटियों के लिए संचालित किया जा रहा है । यह 7 योजनाएं इस प्रकार से है

  • सुकन्या समृद्धि योजना।
  • बालिका छात्रवृत्ति योजना।
  • बालिका समृद्धि योजना।
  • बालिका विवाह अनुदान योजना।
  • लाडली लक्ष्मी योजना।
  • मुख्यमंत्री राज्यश्री योजना।
  • मांझी कन्या भाग्यश्री योजना।

सुकन्या समृद्धि योजना

सुकन्या समृद्धि योजना केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक छोटी बचत स्कीम योजना है। यह लघु बचत योजना मुख्यतः देशभर की कन्याओं के लिए शुरू की गई है। इस योजना के माध्यम से अभिभावक नवजात बच्चियों के नाम पर खाता खोल सकते हैं और कम आयु से ही खाते में निवेश आरंभ कर सकते हैं । इस योजना के अंतर्गत अभिभावकों को कन्या के जन्म के बाद से लेकर उसकी 10 वर्ष की आयु तक खाता खोल लेना होता है। अभिभावक 250 रुपए की न्यूनतम राशि के साथ इस खाते को खोल सकते है और इस खाते में अधिकतम डेढ़ लाख रुपए तक का सालाना निवेश भी कर सकता है । इस खाते को 15 वर्ष तक संचालित किया जाता है जिसमें अभिभावक को 8.2% की दर से ब्याज दिया जा रहा है। वही इस योजना के अंतर्गत लाभ राशि पर अभिभावकों को 80c के तहत कर छूट भी दी जाती है।

इस योजना के अंतर्गत एक परिवार से कम से कम दो बच्चियों का खाता खोला जा सकता है। हालांकि जुड़वा बच्चियों के केस में तीन बच्चियों को खाता खोलने की छूट दी जाती है।इस  योजना के अंतर्गत यदि अभिभावक किसी माह निवेश करने से चूक जाता है तो अभिभावकों से ₹50 का दंड भी वसूला जाता है । कुल मिलाकर यह योजना बच्चियों के लिए अब तक की सर्वश्रेष्ठ योजना है जिसमें कम उम्र में ही निवेश हेतु प्रोत्साहित किया जाता है और अधिकतम ब्याज दर देकर बच्चियों के भविष्य को सुरक्षित भी बनाया जा रहा है ताकि बच्चियों निश्चित होकर अपनी पढ़ाई पूरी कर सके और 21 वर्ष बाद परिपक्वता राशि भी हासिल कर सके।

बालिका छात्रवृत्ति योजना

यह छात्रवृत्ति योजना सीबीएसई पाठ्यक्रम द्वारा शुरू की गई महत्वाकांक्षी योजना है। यह योजना भी सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन के विभाग द्वारा संचालित की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत बालिकाओं  को शिक्षा हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि बच्चियाँ पढ़ाई बीच में ना छोड़े बल्कि दसवीं और बारहवीं जैसे कक्षाएं उत्तीर्ण कर आगे की पढ़ाई भी पूरी कर सके । इस योजना के अंतर्गत सीबीएसई बोर्ड द्वारा बालिकाओं को 60% अंक के साथ दसवीं उत्तीर्ण करने पर ₹500 प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाती है। वहीं बालिका यदि आगे पढ़ाई करती है तो उन्हें पढ़ाई के लिए अतिरिक्त खर्च भी दिया जाता है इस योजना के लिए बालिकाएं सीबीएसई के आधिकारीक वेबसाइट से आवेदन कर सकती है।

बालिका समृद्धि योजना

 बालिका समृद्धि योजना देश भर के विभिन्न शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित की जा रही है ।इस योजना का क्रियान्वयन आंगनवाड़ी विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किया जा रहा है जिसके अंतर्गत महिलाओं को प्रसव के दौरान आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है । इसके साथ ही यदि डिलीवरी के पश्चात महिला को बेटी का जन्म होता है तो महिला को बेटी की देखने के लिए भी अतिरिक्त आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है । इस योजना के अंतर्गत बेटी के स्कूल जाने पर हर साल आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाती है। इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए महिलाओं को आंगनबाड़ी अथवा स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी पड़ती है ।

बालिका समृद्धि योजना के अंतर्गत स्कूल जाने वाली बालिकाओं को कक्षा 1 से 3 तक मासिक रूप से ₹300 की राशि दी जाती है । वहीं कक्षा चौथी से पांचवी में पढ़ने वाली बालिकाओं को ₹500 प्रतिमाह दिया जाता है । कक्षा पांचवी से छठवीं तक की बालिकाओं को ₹700 प्रतिमाह दिए जाते हैं । वहीं कक्षा 9वी और 10वीं की बालिकाओं को ₹1000 प्रतिमाह की छात्रवृत्ति दी जाती है।

बालिका विवाह अनुदान योजना

बेटियों की परवरिश शिक्षा के साथ-साथ सरकार बेटियों के विवाह में भी सहयोग करने लगी है। वे सभी अभिभावक जो आर्थिक रूप से कमजोर है उन्हें भी सरकार बेटियों की शादी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है इसी क्रम में बालिका विवाह अनुदान योजना शुरू की गई है। इस योजना के माध्यम से बेटियों को शादी के दौरान 51000 से 55000 तक की आर्थिक सहायता दी जाती है । यह विवाह अनुदान योजना राज्य सरकार द्वारा संचालित की जाने वाली योजना है। प्रत्येक राज्य सरकार द्वारा अलग-अलग राज्यों में इस योजना का संचालन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत लाभ राशि भी अलग-अलग निर्धारित की गई है । हालांकि महिला कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत इस योजना का संचालन किया जाता है जिसके माध्यम से बालिका आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकती है और विवाह के दौरान सरकार से आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकती है।

लाड़ली लक्ष्मी योजना

लाडली लक्ष्मी योजना की शुरुआत देशभर में कन्या भ्रूण हत्या और कम उम्र में बच्चियों के विवाह पर रोक लगाने के लिए शुरू की गई है इस योजना के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि देश में बच्चियों को हर संभव अधिकार दिया जा सके। वही साथ ही साथ उन्हें उम्र के हर पड़ाव पर आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा सके । इस योजना के माध्यम से बच्चियों के जन्म के साथ ही सरकार 180000 रुपए तक का आश्वासन प्रमाण पत्र बेटी के नाम पर जारी करती है जिसके अंतर्गत कक्षा छठवीं में प्रवेश के दौरान अभिभावक को लाभ राशि ट्रांसफर की जाती है। इसके बाद बेटी के नौवीं कक्षा में प्रवेश लेने पर बेटी के खाते में ₹4000 की राशि ट्रांसफर की जाती है।  इसके पश्चात 11वीं में प्रवेश लेने पर बेटी है खाते में ₹6000 और 12वीं में प्रवेश लेने पर फिर से ₹6000 ट्रांसफर किए जाते हैं । इसके पश्चात यदि बेटी व्यावसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेती है तो उसके खाते में ₹25000 की एकमुश्त राशि ट्रांसफर की जाती है तत्पश्चात उच्च शिक्षा के लिए सरकार द्वारा बिना ब्याज का ऋण भी उपलब्ध कराया जाता है और बेटी के विवाह के दौरान भी अंतिम भुगतान किया जाता है।

मुख्यमंत्री राजश्री योजना

 मुख्यमंत्री राजश्री योजना में बालिकाओं के हित में शुरू की गई है । इस योजना का मुख्य उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या पर लगाम लगाना है। योजना के अंतर्गत भी बालिका के जन्म के दौरान अभिभावकों को ₹2500 दिए जाते हैं। इसके पश्चात बालिका के 1 वर्ष का टीकाकरण पूरा करने पर फिर से ₹2500 ट्रांसफर किए जाते हैं। इसके बाद प्रत्येक कक्षा में दाखिला के दौरान बालिका के खाते में आर्थिक सहायता ट्रांसफर की जाती है और 12वीं की कक्षा में दाखिला लेने पर ₹25000 एकमुश्त दिए जाते हैं । इस योजना के अंतर्गत बेटियों के खाते में हर वर्ष ₹5000 तक की राशि निश्चित रूप से ट्रांसफर की जाती है और बेटी जब 18 साल की हो जाती है उच्च शिक्षा हासिल करना चाहती है तो उसके खाते में अलग से राशि ट्रांसफर की जाती है इस योजना के अंतर्गत आवेदक हरियाणा राज्य सरकार की अधिकारी वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकता है।

माझी कन्या भाग्यश्री योजना

 माझी कन्या भाग्यश्री योजना महाराष्ट्र राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई योजना है। इस योजना के अंतर्गत भी बेटी के जन्म के दौरान माता-पिता को 5 साल तक प्रतिवर्ष ₹5000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है और और बेटी के पांचवी कक्षा में दाखिले के दौरान उसके खाते में ₹2500 की लाभ राशि ट्रांसफर की जाती है । वहीं बेटी जब 12वीं कक्षा में दाखिला लेती है तो खाते में प्रति वर्ष ₹3000 की राशि ट्रांसफर कर दी जाती है । बेटी के 18 साल की उम्र तक उच्च शिक्षा हेतु हर संभावित सहायता प्रदान की जाती है और व्यावसायिक पाठ्यक्रम चुनने पर ₹100000 की अतिरिक्त सहायता भी महाराष्ट्र राज्य सरकार द्वारा दी जाती है।

निष्कर्ष – Girls Scheme 2025

इस प्रकार देशभर में राज्य सरकार और केंद्र सरकार के संयुक्त प्रोत्साहन और प्रयत्नों की वजह से बेटियों के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है जिससे देश में कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाई जा रही है वही साथ ही साथ बेटियों कि माध्यमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है वहीं बेटियों को आत्मनिर्भर भी बनाया जा रहा है।

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