NPCI Aadhar Link Bank Account Online: भारत में बैंकिंग और वित्तीय लेनदेन का स्वरूप दिन-ब-दिन बदलता जा रहा है। आज के दौर में लोगों को बैंकिंग के कार्यों के लिए बार-बार बैंक जाने की जरूरत नहीं। किसी भी प्रकार का पेमेंट हो, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन हो सब कुछ घर बैठे हैं पूरा हो जा रहा है और इस सब में काम आ रहा है डिजिटल बैंकिंग सुविधा। जी हां, नेशनल पेमेंट्स कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया ने इस पूरी प्रक्रिया को काफी आसान बना दिया है। अब आम आदमी डिजिटल पेमेंट, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन इत्यादि का लाभ घर बैठे ही उठा रहा है। हालांकि इसके लिए जरूरी है कि सभी लोग अपने आधार कार्ड और बैंक खाते को लिंक कर दे ताकि बिना किसी और सुविधा के ट्रांजैक्शंस पूरी हो सके।
जैसा कि हमने बताया सभी प्रकार की ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का लाभ उठाने के लिए यह जरूरी है कि सभी बैंक खाता धारकों का आधार और बैंक खाता लिंक रहे। ऐसे में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया ने इस प्रक्रिया को काफी सरल बना दिया है ताकि कोई भी व्यक्ति आसानी से इस प्रक्रिया को पूरी कर सके। परंतु यदि किसी भी व्यक्ति को इस प्रक्रिया को पूरी करने में किसी प्रकार की असुविधा हो रही है या किसी प्रकार की दुविधा से गुजरना पड़ रहा है तो आज के इस लेख में हम उसी से जुड़ी संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाने वाले हैं ताकि सभी बैंक खाता धारक बिना किसी झंझट के अपना आधार-बैंक लिंक कर सके और डीबीटी और अन्य बैंकिंग सुविधा का लाभ सीधे रूप से उठा सके।
आइये सबसे पहले जानते हैं NPCI क्या है और इसकी भूमिका कितनी जरूरी है?
बता दे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया एक नॉन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन है जिसे RBI और IBA द्वारा स्थापित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य डिजिटल भुगतान प्रणाली को साधारण बनाना है ताकि लोग बिना किसी झंझट के घर बैठे ही डिजिटल ट्रांजेक्शन ऑनलाइन भुगतान और डीबीटी सुविधाओं का लाभ ले सके। इस प्रक्रिया के माध्यम से UPI,IMPS, BHARAT BILL PAY, AePs इत्यादि पूरे किए जाते हैं। जब हम नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया की बात करते हैं तब यह अपने आप ही एक विस्तृत नेटवर्क बना लेता है जिसमें ग्राहक का सारा बैंक खाता विवरण और डाटा सहेजा जाता है और ग्राहक के इसी डाटा को रिट्रीव करने के लिए बैंक को आवश्यकता पड़ती है उसके आधार कार्ड विवरण की। ऐसे में ग्राहक के लिए जरूरी है कि वह बैंक खाता और आधार कार्ड को लिंक करें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके की सारी सब्सिडी और सारे लाभ सही बैंक खाता तक पहुंचे जा रहे हैं और तीसरा व्यक्ति इसका दुरुपयोग नहीं कर रहा।
बैंक खाता और आधार लिंकिंग का उद्देश्य
- इस प्रक्रिया का उद्देश्य ही डिजिटल बैंकिंग और डीबीटी में होने वाली गड़बड़ को रोकना है ताकि लेनदेन में किसी प्रकार की धोखाधड़ी न की जाए।
- ग्राहक का डाटा सुरक्षित रहे और ग्राहक आधार लिंकिंग ओटीपी को झटपट पूरा कर सके।
- यह सारी प्रक्रिया पूरी करने के लिए एक नेटवर्क की जरूरत होती है और वह नेटवर्क नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया द्वारा ही उपलब्ध करवाया जा रहा है।
- अर्थात बैंक और ग्राहक के बीच में NPCI एक पुल की तरह काम करता है जो वेरीफिकेशन और ओटीपी प्रक्रिया पूरी कर बैंक की सुविधा ग्राहक को उपलब्ध कराता है ताकि ग्राहक डिजिटल रूप से सारी सुविधाओं का लाभ ले सके।
Aadhar Bank Link की जरूरत क्या है?
आधार बैंक लिंकिंग किसी भी प्रकार की डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए बेहद जरूरी है क्योंकि इसके माध्यम से ही सरकार की सारी योजना और छात्रवृत्ति पेंशन सब्सिडी इत्यादि का लाभ जनता को दिया जाता है। ऐसे में आधार लिंक होने पर ही उचित लाभार्थी के खाते में यह लाभ राशि ट्रांसफर की जाती है। आधार बैंक लिंकिंग यह सुनिश्चित करता है कि इस पूरी सुविधाओं का लाभ फर्जी लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर नहीं हो रहा, ऐसे में धोखाधड़ी की संभावना कम की जाती है। वही यह लिंकिंग प्रक्रिया पहचान सत्यापन करने के लिए जरूरी होता है। ऐसे में समय-समय पर ग्राहक को KYC करना होता है। केवल KYC के माध्यम से यह लिंकिंग प्रक्रिया पूरी हो जाती है जिससे बैंक बार-बार दस्तावेज नहीं मांगती। आधार बैंक लिंकिंग होने की वजह से सारी लेनदेन सब्सिडी वितरण और लाभार्थी पहचान झटपट हो जाता है।
आधार बैंक लिंकिंग कैसे पूरी करें
आधार बैंक लिंकिंग करने के लिए ग्राहक को निम्नलिखित प्रक्रिया फॉलो करनी होगी
- सबसे पहले ग्राहक को अपने बैंक का चयन करना होगा और यह देखना होगा कि क्या ग्राहक का बैंक इस सुविधा को सपोर्ट करता है।
- यदि ग्राहक का बैंक के सुविधा को सपोर्ट करता है तो बैंक ग्राहक के एक फॉर्म प्रदान करता है जहां ग्राहक को अपने खाते की जानकारी और आधार नंबर भरकर सबमिट करना होता है।
- ग्राहक द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर बैंक या NPCI ओटीपी वेरीफिकेशन प्रक्रिया पूरी करता है।
- ऐसे में इस पूरी प्रक्रिया में ग्राहक के से मोबाइल नंबर पर एक OTP भेजा जाता है जो आधार कार्ड में रजिस्टर है।
- इसके बाद ग्राहक को इस OTP को बैंक शाखा में दर्ज करना होता है। इस OTP के सत्यापन के बाद ग्राहक से डिजिटल कंसेंट लिया जाता है और आधार और बैंक खाता लिंक हो जाता है।
- आधार बैंक खाता लिंक होने पर NPCI अपने डेटा में ग्राहक का विवरण चेक करता है और ग्राहक का आधार बैंक खाते का मिलान करता है।
- यदि दोनों में भरी हुई विवरण में किसी प्रकार की कोई त्रुटि नहीं है तो लिंकिंग सफलतापूर्वक पूरा हो जाता है।
- आधार बैंक लिंकिंग सफलतापूर्वक पूरा होते ही ग्राहक को SMS, ईमेल या मोबाइल ऐप के जरिए पुष्टिकरण प्रदान किया जाता है।
आधार-बैंक लिंकिंग के अन्य वैकल्पिक तरीके
- आधार कार्ड और बैंक खाता को लिंक करने के लिए कई बार अन्य वैकल्पिक तरीके भी बैंक द्वारा उपलब्ध कराए जाते हैं जैसे कि
- बैंक की वेबसाइट और NPCI पोर्टल पर लॉगिन कर आधार लिंकिंग का विकल्प चुनकर लिंकिंग पूरी करना
- सरकार द्वारा संचालित उमंग एप के माध्यम से आधार लिंकिंग की सुविधा का लाभ उठाना
- AEPS एजेंट के माध्यम से यह प्रक्रिया पूरी करवाना
- कई बार कुछ बैंक की ATM भी आधार लिंकिंग के आप्शन उपलब्ध कराती है हालांकि इसके लिए पी और ओटीपी भरना अनिवार्य होता है।
Aadhar Bank Link करते समय कौन सी विशेष सावधानी बरतें
आधार- बैंक लिंकिंग करते समय OTP को किसी अन्य व्यक्ति को ना बताएं, केवल दिए गए जगह पर ही इसे सत्यापित करें।
हमेशा उसी मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करें जो आधार कार्ड में रजिस्टर्ड है अन्यथा OTP नहीं आएगा
हमेशा विवरण देने से पहले IFSC और खाता संख्या चेक करें।
अपना डाटा किसी भी तीसरे व्यक्ति से साझा ना करें बैंक के किसी कर्मचारी से भी नहीं।
समय-समय पर आधार बैंक लिंकिंग की प्रक्रिया को जांचते रहे और सत्यापित करते रहे।
बीच-बीच में ई केवाईसी प्रक्रिया भी निश्चित रूप से पूरी करें।
यदि कभी भी किसी प्रकार की कोई तकनीकी और सुविधा आती है तो बैंक से ही संपर्क करें किसी अन्य व्यक्ति से यह विवरण साझा ना करें।
निष्कर्ष: NPCI Aadhar Link Bank Account Online
कुल मिलाकर वे सभी नागरिक और बैंक खाता ग्राहक जो डिजिटल पेमेंट ऑनलाइन ट्रांजैक्शन या DBT की सुविधा का लाभ लेना चाहते हैं उन सभी के लिए जरूरी है कि वह जल्द से जल्द आधार बैंक लिंकिंग पूरा कर ले। इस लिंकिंग के पूरा होते ही वे UPI, IMPS, DBT की सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में किसी प्रकार की असुविधा हो रही है तो ग्राहक से निवेदन है कि वह नजदीकी बैंक शाखा से संपर्क करें और अपनी परेशानियों का हल प्राप्त कर जल्द से जल्द इस लिंकिंग प्रक्रिया को पूरा करें।